रात के 12:03 बजे, एक लाइव स्ट्रीम चल रही थी। सब कुछ सामान्य लग रहा था—एक हल्का अंधेरा कमरा, एक मेज़ और उस पर बैठी एक पुरानी गुड़िया। अचानक, बिना किसी हवा के, वो भूतिया गुड़िया धीरे-धीरे हिलने लगी। स्क्रीन के दूसरी ओर बैठे हज़ारों दर्शकों की चीखें निकल गईं।
YouTube पर ये घटना एक सच में बदल जाने वाला डरावना सपना बन गई।
मयंक शर्मा: जिसे डर ने बदल दिया
मयंक शर्मा एक 26 वर्षीय यूट्यूबर था जो अपने हॉरर और एक्सपेरिमेंटल वीडियोस के लिए जाना जाता था। वो दिल्ली के बाहरी इलाके में रहता था और उसका चैनल “HauntStream India” रातों-रात वायरल हुआ था।
मयंक का जुनून था – भूतिया जगहों पर जाना, अजीब चीज़ों को कैमरे में कैद करना और असली डर दिखाना। लेकिन वो जो भी करता, स्क्रिप्टेड नहीं होता। और यही बात उसे औरों से अलग बनाती थी।
शापित गुड़िया की शुरुआत
ये सब तब शुरू हुआ जब एक दिन उसे एक पुरानी हवेली से एक कॉल आया। ये हवेली बिहार के एक सुदूर गांव बसहरी में थी, और गांववाले मानते थे कि वहां की एक गुड़िया शापित थी।
गांव के पुजारी ने मयंक से कहा:
“ये गुड़िया मत ले जाओ… पिछले 40 साल में जिसने भी इसे छुआ, वो या तो मर गया… या पागल हो गया।”
मयंक के लिए ये डरावना नहीं, बल्कि कंटेंट था।
लाइव स्ट्रीम की प्लानिंग
गुड़िया को दिल्ली लाकर उसने एक खास कमरा तैयार किया – साउंडप्रूफ, काले पर्दों वाला, बस एक टेबल और कैमरा।

मयंक ने इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर पोस्ट किया:
“कल रात 12 बजे… लाइव स्ट्रीम में दिखेगा असली डर। मैं इस शापित गुड़िया के साथ अकेला रहूंगा।”
उस दिन रात को 28,000 लोग लाइव जुड़े।
लाइव शुरू होती है…
रात 12:03 बजे। मयंक ने गुड़िया को टेबल पर रखा। कैमरे में वो साफ दिख रही थी। कुछ मिनटों तक कुछ नहीं हुआ। चैट में कमेंट्स आने लगे:
“भाई कुछ नहीं हो रहा…”
“Acting मत करो यार…”
“अरे! हिली क्या वो अभी??”
फिर, 12:17 पर… गुड़िया का सिर धीरे-धीरे बाईं ओर झुका। मयंक भी चौंक गया। उसने कैमरा चेक किया – कोई डोरी नहीं, कोई हवा नहीं। वो खुद भी थोड़ी देर चुप रहा।
12:21—गुड़िया की एक आंख धीरे से बंद हो गई।
12:24—कमरे की बत्ती हल्की-हल्की झपकने लगी।
12:27—गुड़िया के पीछे रखी घड़ी उल्टा चलने लगी।
लोग पागलों की तरह चैट में चीखने लगे। कोई कह रहा था कि उसके फोन की स्क्रीन ब्लैक हो गई। कोई बोल रहा था कि उसके कमरे में अजीब सी हँसी की आवाज़ आ रही है।
और फिर हिली वो…
12:32 बजे, बिना किसी स्पर्श के, गुड़िया पूरी तरह से घूमी और कैमरे की तरफ देखने लगी। उसकी आंखें चमक रही थीं।
फिर अचानक कैमरे की स्क्रीन काली हो गई।
कुछ सेकेंड्स बाद… कैमरे में मयंक जमीन पर गिरा हुआ दिखा। उसकी आँखें खुली थीं, पर वो हरकत नहीं कर रहा था। गुड़िया उसकी छाती पर रखी थी।
पोस्ट लाइव स्ट्रीम
अगले दिन यह वीडियो ट्रेंडिंग #1 पर था। बहुत से लोगों ने वीडियो की क्लिप रिकॉर्ड कर रखी थी, क्योंकि मयंक का चैनल खुद डिलीट हो गया था।
स्थानीय मीडिया ने रिपोर्ट किया कि मयंक को एम्स में भर्ती कराया गया, और वह 14 दिनों तक बेहोश रहा।
डॉक्टरों ने इसे “तंत्रिकीय सदमा” (neurological shock) बताया, लेकिन उसकी EEG रिपोर्ट्स में कुछ असामान्य इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एक्टिविटी पाई गई।
सच्ची घटनाओं से मिलती कहानी?
इस घटना ने लोगों को उस प्रसिद्ध “Annabelle” और “Robert the Doll” जैसी शापित गुड़ियों की याद दिला दी।
भारत में भी ऐसी घटनाएं सामने आई हैं:
- 2004 में मुंबई में एक लड़की ने गुड़िया से बात करना शुरू कर दिया और बाद में उसने आत्महत्या कर ली।
- 2011 में मध्यप्रदेश के एक मंदिर में बंद एक गुड़िया को छूने वाले 3 युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गए थे।
मयंक की कहानी को बहुत से लोग बनावटी मानते हैं, लेकिन जो लाइव थे… उनका अनुभव कुछ और कहता है।
दर्शकों की प्रतिक्रियाएं
कुछ लाइव दर्शकों ने Reddit और X (Twitter) पर अपने अनुभव साझा किए:
“मेरा WiFi अचानक बंद हो गया जब गुड़िया हिली।”
“मेरे कमरे में दरवाज़ा अपने आप बंद हुआ।”
“उस रात मैंने सपने में वही गुड़िया देखी… और अब तक डर लग रहा है।”
गुड़िया का क्या हुआ?
जब मयंक होश में आया, उसने उस गुड़िया को वापस गांव के पुजारी को भेजा। पुजारी ने उसे मंदिर में बंद कर दिया और उस जगह को पूरी तरह सील कर दिया गया।
आज भी वह मंदिर ‘गुड़िया वाला मंदिर’ के नाम से जाना जाता है, और वहां आम इंसानों को जाने की मनाही है।
क्या आप इस कहानी पर विश्वास करते हैं?
या आपको लगता है यह एक और डर फैलाने की तरकीब थी?
कमेंट करें, शेयर करें…
और अगली बार जब कोई गुड़िया आपको घूरती नज़र आए…
उसे कैमरे में रिकॉर्ड करने से पहले… दो बार ज़रूर सोचें!