“Tesla आ रही है भारत! Tesla India Entry 2025 ? “ — ये खबर पिछले कई सालों से चर्चा में रही है, लेकिन अब तक इसकी गाड़ियां सड़कों पर नहीं दिखीं। दुनिया की सबसे चर्चित इलेक्ट्रिक कार कंपनी की भारत में एंट्री एक आसान सफर नहीं रही। इसमें कई रुकावटें, नीतिगत अड़चनें और कारोबारी दांव-पेंच शामिल हैं। आइए जानते हैं कि Tesla की भारत यात्रा में क्या हुआ, क्या हो रहा है और आगे क्या हो सकता है।
शुरुआत में उम्मीदें, फिर अनिश्चितता
2016 में Elon Musk ने पहली बार इशारा किया था कि Tesla भारत में एंट्री ले सकती है। भारतीय ग्राहक भी उत्साहित थे, कुछ ने तो पहले से बुकिंग तक कर दी थी। लेकिन सरकारी नियमों, भारी इंपोर्ट ड्यूटी और लॉजिस्टिक चुनौतियों के चलते कंपनी पीछे हटती नजर आई।
क्या चाहती थी Tesla?
Elon Musk की मांग थी कि भारत सरकार Tesla को बिना इंपोर्ट ड्यूटी के गाड़ियां टेस्ट करने दे — ताकि वह बाजार की मांग को समझ सके। लेकिन भारत सरकार का रुख साफ था:
“पहले यहां मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाइए, तभी टैक्स में राहत मिलेगी।”
सरकार की प्राथमिकता: Make in India
भारत सरकार ‘Make in India’ को बढ़ावा देना चाहती है। वह चाहती है कि Tesla सिर्फ गाड़ियां बेचे नहीं, बल्कि यहां मैन्युफैक्चर करे, जिससे रोजगार भी बढ़े और तकनीक का ट्रांसफर हो।
Tesla इस बात के लिए कुछ समय तक राज़ी नहीं हुई। नतीजा ये हुआ कि बातचीत लंबे समय तक ठप रही।
2024 की नई शुरुआत: फिर जगी उम्मीद
2024 में फिर से हलचल तेज हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Tesla और भारत सरकार के बीच फिर से बातचीत शुरू हुई। इस बार चर्चा कम टैक्स वाली नीति, स्थानीय सप्लाई चेन और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट पर फोकस करके की गई।
मई 2024 में खबर आई कि Tesla ने भारत में एक यूनिट लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
Tesla का भारत प्लान क्या है?
Tesla भारत में एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करना चाहती है, जिसकी शुरुआती लागत करीब $2-3 बिलियन हो सकती है।
यह यूनिट न केवल भारत के लिए, बल्कि एक्सपोर्ट के लिए भी गाड़ियां बनाएगी।
Tesla की नजर कम कीमत वाले EV मॉडल लॉन्च करने पर है, जो भारतीय बाजार के लिए उपयुक्त हो।
किन शहरों में हो सकती है फैक्ट्री?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे राज्य Tesla की पहली भारतीय फैक्ट्री की रेस में हैं। ये राज्य ऑटो इंडस्ट्री के लिए पहले से अनुकूल माने जाते हैं।
भारत को क्या मिलेगा?
रोजगार के नए अवसर
इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडस्ट्री में तेज़ ग्रोथ
स्थानीय सप्लाई चेन का विस्तार
टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और इनोवेशन का विकास
Tesla के लिए भारत क्यों अहम है?
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार है। साथ ही, यहां EV सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। Tesla के लिए यह एक अगला बड़ा बाजार साबित हो सकता है। साथ ही, कम लागत में मैन्युफैक्चरिंग और चीन पर निर्भरता कम करने के लिहाज से भी भारत Tesla के लिए एक रणनीतिक ठिकाना बन सकता है।
Tesla भारत में कब आएगी ?
अब जब बातचीत फिर से शुरू हो चुकी है और ग्राउंड लेवल पर तैयारियां हो रही हैं, तो उम्मीद है कि 2025 में Tesla की पहली गाड़ी भारतीय सड़कों पर दौड़ती दिखाई दे सकती है।
हालांकि, अभी भी सब कुछ नीतियों, डील्स और एलन मस्क की रणनीति पर निर्भर करता है।
Tesla का आना सिर्फ एक ब्रांड की एंट्री नहीं, बल्कि भारत के ईवी भविष्य की शुरुआत हो सकती है।