Nag Panchami नाग पंचमी हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो नाग देवताओं की पूजा और उनके सम्मान में मनाया जाता है। यह पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को आता है। इस दिन विशेष रूप से नागों की पूजा कर उनसे सुख, समृद्धि और सुरक्षा की प्रार्थना की जाती है।
Nag Panchami 2025 की तिथि
वर्ष 2025 में नाग पंचमी शनिवार, 2 अगस्त को मनाई जाएगी। यह दिन धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ माना जाता है, विशेषकर उन लोगों के लिए जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष होता है।
Nag Panchami 2025 का शुभ मुहूर्त
पंचमी तिथि शुरू: 29 जुलाई मंगलवार को मनाया जाएगा
पूजा का श्रेष्ठ समय (मुहूर्त): 28 जुलाई की रात 11:24 बजे से शुरू होकर 30 जुलाई की रात 12:46
Nag Panchami की पूजा विधि
सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
मिट्टी या चित्र रूप में नाग देवता की प्रतिमा बनाएं या किसी मंदिर में नाग देवता की मूर्ति का दर्शन करें।
नाग देवता को कच्चा दूध, अक्षत (चावल), दूर्वा, पुष्प और धूप-दीप अर्पित करें।
पूजा के दौरान “ॐ नमः शिवाय” या “नमः नागाय” मंत्र का जाप करें।
ब्राह्मण या जरूरतमंद को भोजन करवाना इस दिन पुण्यदायी माना जाता है।
नाग पंचमी के दिन जमीन की खुदाई न करें, क्योंकि ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
नाग पंचमी का महत्व
नाग पंचमी सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि यह प्रकृति और जीव-जंतुओं के साथ सहअस्तित्व की भावना को भी दर्शाता है। यह पर्व हमें यह याद दिलाता है कि सर्प भी इस सृष्टि का अहम हिस्सा हैं और उनकी पूजा करके हम उनके आशीर्वाद से जीवन की बाधाओं को दूर कर सकते हैं।
नाग पंचमी पर क्या न करें
खेत या जमीन में खुदाई न करें।
सर्पों को नुकसान पहुंचाने से बचें।
इस दिन झूठ बोलने और वाद-विवाद से परहेज करें।
निष्कर्ष
नाग पंचमी 2025 एक पावन अवसर है जब हम नाग देवता की कृपा पाने के लिए श्रद्धा और विधिपूर्वक पूजा करते हैं। सही समय और विधि से की गई पूजा जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाती है। इस पर्व को श्रद्धा और भक्ति से मनाएं और अपने जीवन से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करें।