Sawan ka pehla Somwar (First Monday of Sawan) हिन्दू धर्म में बहुत खास माना जाता है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित होता है और इसे शिवभक्त पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाते हैं। सावन का पहला सोमवार शुरू होते ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ लग जाती है। यह दिन सिर्फ पूजा-पाठ का नहीं, बल्कि आत्म-शुद्धि और साधना का भी समय होता है।
पहला सावन सोमवार पर क्या करें? (What to Do on 1st Somwar of Sawan)
1. सवेरा उठकर स्नान करें और सफेद कपड़े पहनें
– पवित्रता और सादगी को प्राथमिकता दें।
– स्नान के बाद “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें।
2. शिवलिंग पर जल और बेलपत्र चढ़ाएं
– गंगाजल, दूध, शहद, दही और घी से अभिषेक करें (पंचामृत)।
– बेलपत्र, धतूरा, आक के फूल, और सफेद चंदन भगवान शिव को अर्पित करें।
3. सावन सोमवार व्रत रखें
– इस दिन उपवास रखने से विशेष पुण्य फल प्राप्त होता है।
– फलाहार या एक समय भोजन का नियम अपनाएं।
4. शिव चालीसा और रुद्राष्टक का पाठ करें
– शिव चालीसा, शिवाष्टक, और रुद्राष्टक का पाठ शिव कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत लाभकारी है।
5. दु:खियों की सेवा करें
– गरीबों को भोजन या वस्त्र दान करें।
– गौसेवा (गाय को रोटी/गुड़ खिलाना) भी बहुत शुभ मानी जाती है।
पहला सोमवार क्यों है खास?
मान्यता है कि सावन में भगवान शिव पृथ्वी पर विशेष रूप से उपस्थित रहते हैं। खासकर सोमवार को की गई पूजा से शिवजी जल्दी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
जो भक्त सावन के पहले सोमवार को व्रत करता है और शिवजी की पूजा करता है, उसके जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि का आगमन होता है।
सावधानी रखें:
- लहसुन-प्याज और मांसाहार से दूर रहें।
- झूठ, क्रोध और बुरा व्यवहार न करें।
- शिवलिंग पर तुलसी न चढ़ाएं।
निष्कर्ष (Conclusion)
Sawan ka Pehla Somwar शिवभक्ति और आत्म-संयम का पर्व है। यह दिन जीवन को सकारात्मकता, शक्ति और भक्ति से भर देता है। जो श्रद्धा से शिवजी की उपासना करते हैं, उन्हें निश्चित ही उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।